सपा की बढ़ी मुसीबत, मायावती ने राज्यसभा चुनाव में जीत के लिए मांगे 9 'विश्वस्त' विधायक !!

मायावती और अखिलेश यादव !
uttar-pradesh news | Date: 22-Mar-2018 | 15:49:58
22 मार्च 2018,
लखनऊ !!
उत्तर प्रदेश में 10 सीटों के लिए कल होने वाले राज्यसभा चुनाव में 11 उम्मीदवार मैदान में हैं. सूबे के मौजूदा विधायकों की संख्या के लिहाज से भाजपा के 8 और सपा के एक सदस्य की जीत तय है. भाजपा के 9वें उम्मीदवार अनिल अग्रवाल और BSP के इकलौते प्रत्याशी भीमराव अंबेडकर के बीच कांटे का मुकाबला है. ऐसे में बसपा सुप्रीमो मायावती ने सपा के उन 9 विधायकों की लिस्ट मांगी है, जो प्रथम वरीयता में BSP उम्मीदवार भीमराव अंबेडकर के लिए वोट करेंगे.
अपने प्रत्याशी के लिए मायावती ने मांगे 9 विश्वस्त विधायक !
अनिल अग्रवाल बनाम भीमराव अंबेडकर के मुकाबले में जीत के लिए सत्ताधारी का और विपक्ष एक-एक वोट का गणित लगा रहे हैं. राज्यसभा चुनाव में विधायकों की क्रॉस वोटिंग का डर भी है. यही वजह है कि बसपा अध्यक्ष मायावती ने समाजवादी पार्टी से अपने प्रत्याशी के लिए 9 विश्वस्त विधायकों की सूची जारी करने को कहा है. जो BSP उम्मीदवार को प्रथम वरीयता के आधार पर वोट करेंगे.
मायावती की ये मांग अगर अखिलेश मानते हैं तो समाजवादी पार्टी की घोषित प्रत्याशी जया बच्चन की जीत में परेशानी हो सकती है. BSP सुप्रीमो मायावती ने अपने इकलौते राज्यसभा उम्मीदवार भीमराव अंबेडकर को जिताने के लिए आज अपने विधायकों की बैठक बुलाई है. सूत्रों की मानें तो BSP को पार्टी में सेंधमारी की आशंका है, इसलिए एक-एक विधायक से मायावती खुद मिलेंगी और उनके मूड को समझेंगी.
BSP के जीत का दारोमदार विपक्ष पर !
बीएसपी के पास 19 विधायक हैं. इसी तरह से BSP प्रत्याशी भीमराव अंबेडकर की जीत का सारा दारोमदार विपक्ष के ऊपर निर्भर करता है. जबकि सपा, कांग्रेस और आरएलडी ने BSP उम्मीदवार को राज्यसभा चुनाव में समर्थन देने का ऐलान किया है. लेकिन मायावती अपने उम्मीदवार की जीत को लेकर संतुष्ट होना चाहती हैं इसीलिए उन्होंने सपा के सामने शर्त रखी है.
बसपा का गणित !
मायावती अपने विधायकों के साथ सपा और कांग्रेस से उम्मीद लगाए हुए हैं. हालांकि सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने BSP उम्मीदवार को जिताने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है. बुधवार को चाचा शिवपाल यादव और निर्दलीय विधायक रघुराज प्रताप सिंह को अपनी डिनर पार्टी में बुलाकर अपनी सियासी ताकत का एहसास बीजेपी को करा दिया. रघुराज प्रताप के पास खुद का और एक वोट उनके सहयोगी विनोद सरोज का है. इस तरह उनके पास दो वोट हैं. राज्यसभा के लिए ये दोनों वोट काफी अहम माने जा रहे हैं.
भाजपा का समीकरण !
दरअसल सूबे की सभी पार्टियां अपना-अपना किला बचाने में जुटी हैं. एक राज्यसभा सीट को जीतने के लिए 37 वोटों की जरूरत है. बीजेपी अपने सहयोगियों के साथ 8 राज्यसभा सीटों पर आसानी से जीत जाएगी. इसके बाद 28 वोट अतरिक्त बचते हैं. ऐसे में 9वीं सीट के प्रत्याशी अनिल अग्रवाल को जिताने के लिए उसे 9 और वोटों की जरूरत पड़ेगी. निर्दलीय और सपा-बसपा के बागी विधायकों के सहारे बीजेपी अपनी जीत की आस लगाए हुए है.

पॉपुलर न्यूज़
फोटो न्यूज़
- उत्तर प्रदेश:लखनऊ|कानपुर | आगरा |बरेली |मेरठ |मुरादाबाद |इलाहाबाद |वाराणसी
- उत्तराखंड:देहरादून |हरिद्वार |रुद्रपुर |नैनीताल |अल्मोड़ा | पिथौरागढ़ | पौड़ी गढ़वाल | टेहरी गढ़वाल
- दुनिया : चीन |पाकिस्तान |अमेरिका |ऑस्ट्रेलिया |जापान |ब्रिटेन |बांग्लादेश |श्रीलंका |रूस |उत्तर कोरिया |अन्य
- खेल : हॉकी | क्रिकेट | कब्बडी | बैडमिंटन | टेनिस | एथलेटिक्स | फुटबॉल
- मनोरंजन : मूवी | छोटा पर्दा | हॉलीवुड | गॉसिप्स | फनी वीडियोस | जोक्स
- लाइफस्टाइल : फैशन | गैजेट्स | बाइक | फोर व्हीलर | गार्डन | ब्यूटी टिप्स
- चिकित्सा : आयुर्वेद | अलोपथी | होम्योपथी | यूनानी | घरेलू नुस्खा
Follow Us
Subscribe To Our Newsletter
Copyright © 2018 - All Rights Reserved - Khabar 7
Powered By Siabak Creativo